छोटी सी है ये ज़िन्दगी
तुम इसे खुल कर ज़ियो !
कभी कभार कडवे घूंट पीने पड़ते हैं
इस गम को भी तुम हंस कर पीयो ..
गर मैं तुम्हारी प्रेरना हूँ
तो तुम भी मेरी हिम्मत हो ..
बड़े नसीब से मिले हो मुझको
जाने कितने कर्मों की दौलत हो ..
गम आयेंगे गम जायेंगे
तुम मेरी हिम्मत बने रहना ..
जब मैं कभी कमज़ोर पड़ू
तुम साथ मेरे खड़े रहना ..
मुशकिल राहें बड़ी मिलती हैं
तुमहे इसको आसान बनाना है ..
मैं पास हूँ और साथ भी
तुमहे अभी ज़िन्दगी में मुकाम पाना है ..
हिम्मत का बांधे रखो कफ़न सर पर
बाकी गम आधा -आधा कर लियो ..
छोटी सी है ये ज़िन्दगी
तुम इसे खुल कर ज़ियो !!
कभी कभार कडवे घूंट पीने पड़ते हैं
इस गम को भी तुम हंस कर पीयो ..
छोटी सी है ये ज़िन्दगी
तुम इसे खुल कर ज़ियो !!!
Pic credit: GOOGLE
आपके किताब का ख़ूबसूरत पन्ना सुंदर रचना। के साथ.
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Dhnyawad ap ne padha aur saraha mam..
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🌷🌷
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Bahut sunder..
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Shukriya apka 😊
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Sooooo lovely😍😍😍♥
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गम आयेंगे गम जायेंगे
तुम मेरी हिम्मत बने रहना ..
जब मैं कभी कमज़ोर पड़ू
तुम साथ मेरे खड़े रहना ..
बहुत ही सही।
हमें हमारी जिंदगी पर नाज है,
कभी हम हारते तो हिम्मत दिलाती है,
कभी जिंदगी हताश होती तो हम खुद बढ़ सबल बन जाते हैं।
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Thank you so much sir.. appreciate krne aur honsla badhane k liye ..
Bahot bahot shukriya
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Wonderfully written
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Thanks for words of appreciation !
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Kya aap ne khud banai hai..
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Ji agar ap poem ki batt KR rhe to hanji Maine likhi hai.
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